LYRICS
हिंदी
-- मुखरा --
ग़म दिये मुस्तक़िल, कितना नाज़ुक है दिल, ये न जाना
हाय हाय ये ज़ालिम ज़माना
दे उठे दाग लौ उनसे ऐ माह-ए-नौ कह सुनाना
हाय हाय ये ज़ालिम ज़माना
-- अंतरा --
दिल के हाथों से दामन छुड़ाकर
ग़म की नज़रों से नज़रें बचाकर
दिल के हाथों से दामन छुड़ाकर
ग़म की नज़रों से नज़रें बचाकर
उठके वो चल दिये, कहते ही रह गये हम फ़साना
हाय हाय ये ज़ालिम ज़माना
-- अंतरा --
ग़म दिये मुस्तक़िल, कितना नाज़ुक है दिल, ये न जाना
हाय हाय ये ज़ालिम ज़माना
दे उठे दाग लौ उनसे ऐ माह-ए-नौ कह सुनाना
हाय हाय ये ज़ालिम ज़माना
-- अंतरा --
दिल के हाथों से दामन छुड़ाकर
ग़म की नज़रों से नज़रें बचाकर
दिल के हाथों से दामन छुड़ाकर
ग़म की नज़रों से नज़रें बचाकर
उठके वो चल दिये, कहते ही रह गये हम फ़साना
हाय हाय ये ज़ालिम ज़माना
-- अंतरा --
कोई मेरी ये रूदाद देखे, ये मोहब्बत की बेदाद देखे
कोई मेरी ये रूदाद देखे, ये मोहब्बत की बेदाद देखे
फुक रहा है जिगर, पड़ रहा है मगर मुस्कुराना
हाय हाय ये ज़ालिम ज़माना
ग़म दिये मुस्तक़िल, कितना नाज़ुक है दिल, ये न जाना
हाय हाय ये ज़ालिम ज़माना
कोई मेरी ये रूदाद देखे, ये मोहब्बत की बेदाद देखे
फुक रहा है जिगर, पड़ रहा है मगर मुस्कुराना
हाय हाय ये ज़ालिम ज़माना
ग़म दिये मुस्तक़िल, कितना नाज़ुक है दिल, ये न जाना
हाय हाय ये ज़ालिम ज़माना
ENGLISH
-- PRELUDE --Gham diye mustaqil,
Kitnaa naazuk hai dil, ye na jaanaa
Haay haay ye zaalim zamaanaa
De uthe daag lau unse ai maah-e-nau kah sunanaa
Haay haay ye zaalim zamaanaa
-- INTERLUDE --
Dil ke haathon se daaman chhudaakar
Gham ki nazaron se nazaren bachaakar
Dil ke haathon se daaman chhudaakar
Gham ki nazaron se nazaren bachaakar
Uthke wo chal diye,
Kahte hi rah gaye ham fasaanaa
Haay haay ye zaalim zamaanaa
-- INTERLUDE --
Koyi meri ye roodaad dekhe,
Ye mohabbat ki bedaad dekhe
Koyi meri ye roodaad dekhe,
Ye mohabbat ki bedaad dekhe
Phunk rahaa hai jigar,
Pad rahaa hai magar muskuraanaa
Haay haay ye zaalim zamaanaa
Gham diye mustaqil,
Kitnaa naazuk hai dil,
Ye na jaanaa
Haay haay ye zaalim zamaanaa
Credits :
Ye mohabbat ki bedaad dekhe
Koyi meri ye roodaad dekhe,
Ye mohabbat ki bedaad dekhe
Phunk rahaa hai jigar,
Pad rahaa hai magar muskuraanaa
Haay haay ye zaalim zamaanaa
Gham diye mustaqil,
Kitnaa naazuk hai dil,
Ye na jaanaa
Haay haay ye zaalim zamaanaa
ORIGINAL
KARAOKE
About
शाहजहाँ (1946) की फिल्मी दुनिया में आपका स्वागत है, जहाँ “ग़म दिये मुस्तक़िल” गीत अपनी गहराई और भावनाओं के साथ आपको संगीत के सफर पर ले जाता है। के. एल. सैगल की आवाज़ में यह गीत न सिर्फ एक संगीतमय कृति है, बल्कि एक ऐतिहासिक धरोहर भी है। नौशाद के संगीत और मजरूह सुल्तानपुरी के बोलों ने मिलकर एक ऐसा अनुभव रचा है जो श्रोताओं को उस दौर में ले जाता है जब प्रेम और दर्द का इज़हार गीतों के माध्यम से होता था।
यदि आप इस गीत के बोल का आनंद लेना चाहते हैं, तो lyricsboutique.com पर जाएँ और इस अद्भुत गीत के शब्दों में खो जाएँ। शाहजहाँ की इस रोमांटिक धुन के साथ अपने दिल की बात कहें और बॉलीवुड के सुनहरे युग की यादों में डूब जाएँ।
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Immerse yourself in the haunting melody of “Gham Diye Mustaqil” from the classic film 'Shahjehan (1946)'. This poignant song, rendered by the legendary 'K.L. Saigal', embodies the depth of despair and timeless love. The soul-stirring lyrics penned by Majrooh Sultanpuri and the evocative music composed by Naushad have made this song a cornerstone of Bollywood’s rich musical heritage.
On lyricsboutique.com, you can experience the lyrical beauty and emotional resonance of “Gham Diye Mustaqil”. The song’s portrayal of unrequited love and the agony of separation has echoed through the decades, making it a beloved treasure for music aficionados.
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Dive into the world of Shahjehan on lyricsboutique.com, where the legacy of this iconic song continues to captivate hearts and souls. Let the blend of melancholic tunes and poetic words wash over you, as you relive the golden era of Bollywood music.
Credits :
Song: Gham Diye Mustaqil
Movie: Shahjehan
Singers: K.L. Saigal
Music Director: Naushad Ali
Lyricist: Majrooh Sultanpuri
Starring: K.L. Saigal, Ragini, Rehman, Nasreen, P. Jairaj
Genre: Bollywood Classic
Mood: Melancholic, Reflective
Movie: Shahjehan
Singers: K.L. Saigal
Music Director: Naushad Ali
Lyricist: Majrooh Sultanpuri
Starring: K.L. Saigal, Ragini, Rehman, Nasreen, P. Jairaj
Genre: Bollywood Classic
Mood: Melancholic, Reflective